किसानों को प्रदेश के सबसे बड़े कपास उत्पादक जिले में उचित दाम नहीं मिलने से निराशा हो रही है। अतिवृष्टि ने कपास की गुणवत्ता और उत्पादन को प्रभावित किया, लेकिन बावजूद इसके, मंडी में उन्हें अधिकतम भाव केवल 7311 रुपए प्रति क्विंटल ही मिला। किसान 1044 वाहनों और 185 बैलगाड़ियों से अपनी उपज लेकर मंडी पहुंचे, लेकिन न्यूनतम भाव 3490 रुपए रहा। निकट भविष्य में भी भाव बढ़ने के आसार नहीं दिख रहे हैं। पिछले दो सालों में किसानों को अधिक भाव मिले थे, लेकिन वर्तमान में स्थिति अधिक निराशा कर रही है।