खेतों में बारिश का असर हार्वेस्टर पहुंच नहीं रही

हाल की बारिश के बाद किसानों की चिंता बढ़ी है। खेतों में हार्वेस्टर पहुंचाने में मुश्किलें बढ़ रही हैं।

बारिश का दौर नहीं थमने से खेतों में उगी हुई फसल को लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है इस साल जिले में सोयाबीन की वार्षिक खेती लगभग 2.76 लाख हेक्टेयर पर हुई थी

मजदूरों की बढ़ी मशक्कत

हार्वेस्टर से प्रति बीघा फसल निकालवाने का काम अब मजदूरों से करवाने पर बीघा में 1000 रुपये से 2000 रुपये का खर्च बढ़ गया है।

खड़ी फसल में अंकुरण की समस्या

खड़ी फसल में अंकुरण होने से खड़ी फसल में सुसुकता अवस्था नहीं होने से नमी बढ़ने से खड़ी फसल में अंकुरण होता है।

फसल को सुरक्षित रखने के लिए किसानों की जिम्मेदारी

मौसम साफ होते ही किसानों को फसल खेत से बाहर निकालना जरूरी है, अन्यथा नुकसानी बढ़ने की संभावना है।

मंडी में दामों में वृद्धि

फसल की उपयोगिता मंडी में बढ़ रही है, जिससे किसानों को कमाई में वृद्धि हो रही है।