Anaj Mandi

तीन दिन में नहीं हो सका शेड से उपज का उठाव, किसानों का मक्का खुले मैदान में

व्यापारी की लाप्रवाही कहीं नहीं बन जाए किसानों के नुक्सान का बड़ा कारण ?

छिंदवाड़ा कृषि उपज मंडी कुसमेली में इतनी जगह है कि हर दिन एक लाख क्विंटल उपज की आवक हो, तो भी जाम जैसी स्थिति न बनेगी, लेकिन उठाव न होने के कारण स्थिति बिगड़ जाती है।

दरअसल, मंडी में कई व्यापारी अपनी उपज का उठाव मालगाड़ी रैक के अनुसार करते हैं। वे गोदाम ले जाने की बजाय, मंडी में ही अपने अनाज की बोरिया जमा रहने देते हैं। इससे किसानों को अपनी उपज खुले परिसर में ही ढेर करनी पड़ती है। ऐसे में यदि मौसम बिगड़ा और पानी की आफत बरसी तो इसका खमियाजा किसानों को ही भुगतना पड़ता है। बारिश के कारण नमी से ढेर किए गए उपज के दाम कम हो जाते हैं।

Crop inside chhindwara mandi
Crop inside chhindwara mandi

वहीं खुले परिसर में भी रखी छल्लियों से वाहनों का आवागमन बाधित होता है।

इस सप्ताह दो दिनों में पिछली आवक करीब 60 हजार क्विंटल हो चुकी है, शुक्रवार को भी करीब 35 हजार क्विंटल की आवक दर्ज की गई। शनिवार एवं रविवार को नीलामी नहीं होगी। इस दौरान पूरी उपज का उठाव हो जाने से आने वाले सोमवार को किसानों को शेड के अंदर ही जगह मिल सकती है।

शुक्रवार की शाम को उन्होंने खुद मंडी में भ्रमण कर शेडों का निरीक्षण किया है। इनमें एक-दो व्यापारियों ने शेडों में काफी संख्या में अपनी बोरिया स्टॉक की है। उन्हें फोन करके दो दिनों के अंदर पूरी बोरियां हटाने के लिए कहा गया है।

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