नीमच, एक प्रमुख कृषि क्षेत्र, अपने किसानों के लिए एक नई क्रांति का साकारात्मक मोमेंट में है। नई नीमच कृषि उपज मंडी के तीसरे चरण में हो रहे बड़े बदलावों ने कृषि समृद्धि की दिशा में एक नया मोड़ दिया है। इस मंडी में आने वाले नए वर्ष ने किसानों के लिए नए अवसर और सुविधाएं लेकर आये हैं, जिनसे उनकी जीवनशैली में सुधार होगा और उन्हें अधिक आत्मनिर्भर बनाए रखने में मदद होगी।
इस पोस्ट में, हम देखेंगे कैसे नई मंडी ने सुरक्षित और सुगम नीलामी, इलेक्ट्रिक तौल कांटा शिफ्ट, बैंक शाखा की सुविधा, नई शेड और गोदाम, नई उपज की नीलामी, और अन्य सुविधाएं किसानों के लिए कैसे लाभकारी हैं। इसके साथ ही, हम जानेंगे कैसे ये परिवर्तन क्षेत्र को नए आर्थिक और सामाजिक ऊर्जा के साथ भरा हुआ है।
सुगम नीलामी
- चंगेरा-डूंगलावदा स्थित नई कृषि उपज मंडी परिसर में एक नई सुबह की शुरुआत हो रही है। मंडी प्रशासन ने 62 सीसीटीवी कैमरों की स्थापना की है, जो नीलामी की प्रक्रिया को सुरक्षित और निगरानी में बनाए रखेगा। इससे किसानों को अपनी उपज को बेहतरीन दामों पर बेचने का एक और सुरक्षित माध्यम मिलेगा।
इलेक्ट्रिक तौल कांटा शिफ्ट
- नई मंडी में लगातार सुधार और नवाचार के साथ, 60 टन का इलेक्ट्रिक तौल कांटा शिफ्ट हो चुका है। इससे किसानों को उनकी उपज का सटीक तौल मिलेगा, जिससे उन्हें न्यूनतम दर पर उपज बेचने में मदद मिलेगी।
बैंक शाखा और सुविधाएं:
नई मंडी परिसर में बैंक शाखा की शुरुआत होने के साथ, किसानों को अपनी आर्थिक लेन-देन की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही, एक कैंटीन भी शुरू हो गया है, जहां किसान 5 रुपए में भोजन कर सकते हैं।
सुरक्षित और सुविधाजनक
- सुरक्षा की दृष्टि से, 20 सुरक्षा गार्डों का तैनाती तीन शिफ्टों में किया जा रहा है, और 62 सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा को बढ़ावा देंगे। इससे मंडी क्षेत्र में सुरक्षा और निगरानी की गारंटी होगी।
नई सुविधाएं और योजनाएं
- नई मंडी में आने वाले महीनों में, और भी कई सुविधाएं शुरू की जाएंगी, जो किसानों को उनके काम को और भी आसान बनाए रखेगी। इसमें फ्री वाईफाई सुविधा, नए हाईमास्ट की स्थापना, और अधिक सुरक्षित रोशनी शामिल हैं।
नई शेड और गोदाम
- नई मंडी में 244 व्यापारियों के गोदाम बन रहे हैं, जिससे किसानों को अपनी उपज को सुरक्षित रखने का और एक विकल्प मिलेगा। इसके साथ ही, दो नए शेड का निर्माण और हाईमास्ट की नई स्थापना सुनिश्चित करेगा कि मंडी क्षेत्र सजग रहे।
नई उपज की नीलामी
- चंगेरा-डूंगलावदा मंडी में, गेहूं और प्याज की नीलामी पहले ही शुरू हो चुकी है, और तीसरे चरण में लहसुन और मक्का की नीलामी नई मंडी में शिफ्ट होने वाली है। नई उपज की नीलामी से किसानों को बेहतर दर पर उपज बेचने का मौका मिलेगा।
- अन्य सुविधाएं -नए साल के साथ, मंडी प्रशासन ने योजना बनाई है कि मंडी परिसर में फ्री वाईफाई सुविधा भी दी जाएगी, जिससे सभी यहां आसानी से इंटरनेट का उपयोग कर सकें।
मूंगफली की खेती मुख्य रूप से गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में होती है। इन राज्यों में खासतर से जून में बुआई की जाती है और अक्टूबर तक कटाई हो जाती है।
चंगेरा-डूंगलावदा स्थित नवीन मंडी परिसर में किसानों के लिए नाश्ते और भोजन के लिए कैंटीन की सुविधा आरंभ हो गई है। इसके साथ ही, कांटा को इलेक्ट्रिक तौल में शिफ्ट किया गया है। नए साल में, व्यापारियों और किसानों की मांग के अनुसार, प्रस्तावित अधिकांश सुविधाएं फरवरी माह तक शुरू की जाएंगी। लहसुन और मक्का की नीलामी भी फरवरी माह तक आरंभ होगी।
उमेश बसेड़िया शर्मा, सचिव, कृषि उपज मंडी समिति नीमच
नई कृषि उपज मंडी के नए चरण में एक नई सकारात्मक दिशा है। किसानों को नई सुविधाएं और अधिक विकल्प मिलने से, उनकी जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन होगा। इससे नई मंडी में व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय आर्थिक विकास होगा।*
जय किसान, जय भारत!