Anaj Mandi

तकनीकी तबादला: खंडवा और देवास के दलों ने ई-मंडी की सुविधाएं देखी, किसानों को हो रहा है बड़ा फायदा

कृषि उपज मंडियों में तकनीकी बदलाव की राह पर एक नया कदम उत्सवभर रहा है! क्या आपने कभी सोचा है कि कैसे ई-मंडी एप से किसान घर बैठे ही अपनी उपज बेचते हैं? आइए जानें देवास और खंडवा के दल ने इस नए तकनीकी क्रांति को कैसे देखा और इसे अपने प्रदेश के किसानों के लिए कैसे लाभकारी बना रहा है।

गुरुवार को देवास और खंडवा से आए दल ने हरदा कृषि उपज मंडी को टॉप पर देखा और वहां किसानों को ऑनलाइन बाजार में कैसे अपनी उपज बेचने का सुझाव देखा। वहां ई-मंडी एप के माध्यम से किसान मोबाइल से घर बैठे ही प्रवेश पर्ची बना रहे थे। इस नए तकनीकी उत्सव से प्रेरित होकर दल के सदस्यों ने भी कहा कि इसे हमारे किसानों के लिए भी लागू किया जाएगा।

Harda Mandi Emandi App
Harda Mandi Emandi App

ऑनलाइन प्रवेश पर्ची

इस तकनीकी बदलाव के बारे में और भी रोचक है कि कैसे पीओएस मशीन से ऑनलाइन प्रवेश पर्ची बनाने में किसानों को और भी सुविधा हो रही है। टोकन को संभालने की जरुरत नहीं पड़ती, बस मोबाइल पर दिखा सकता है। इससे नीलामी के समय पर्ची का नंबर पीओएस मशीन में दर्ज किया जा सकता है और किसान की पूरी जानकारी मिलती है, जिससे उपज की बिक्री हो जाती है।

हरदा मंडी ई-मंडी परियोजना में प्रदेश की 8 मंडियों में शामिल है और हरदा मंडी में इस परियोजना का कार्य बहुत उत्कृष्ट रूप से हो रहा है। इसके माध्यम से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए लंबी लाइनों में इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है, जिससे उनका समय बचता है और लाइन में लगकर उन्हें बहुत आराम मिलता है।

यह नया प्रणाली न केवल किसानों के लिए समय की बचत कर रही है, बल्कि इससे पारदर्शिता भी बढ़ रही है। गुरुवार को उज्जैन के दल आने वाले हैं और हम देखेंगे कि वहां भी कैसे यह तकनीकी बदलाव किसानों के लाभ के लिए काम कर रहा है।

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